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सोमवार, 13 जनवरी 2020

26 जनवरी पर शायरी

लहराएगा तिरंगा अब सारे आस्मां पर
भारत का नाम होगा सब की जुबान पर
ले लेंगे उसकी जान या खेलेंगे अपनी जान पर
कोई जो उठाएगा आँख हमारे हिन्दुस्तान पर

आज शहीदों ने है तुमको, अहले वतन ललकारा,
तोड़ो गुलामी की जंजीरें, बरसाओ अंगारा,
हिन्दू-मुस्लिम-सिख हमारा, भाई-भाई प्यारा,
यह है आजादी का झंडा, इसे सलाम हमारा
Indian Republic day की शुभकामनाये||
इंडियन होने पर करिये गर्व,
मिलकर मनाएं लोकतंत्र का पर्व,
देश के दुश्मनों को मिलकर हराओ,
हर घर पर तिरंगा लहराओ||
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
आओ झुककर सलाम करें उन्हें जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है|,
खुशनसीब होता है वो खून जो देश के काम आता है।
जय हिन्द जय भारत। गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं ||
26 जनवरी पर शायरी
ऐ मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा
ये शुभ दिन है हम सब का लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने है प्राण गँवाए
कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आये
वतन हमारा ऐसा कोई न छोड़ पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है एक है जान हमारी,
हिंदुस्तान हमारा है हम इसकी शान है
इतनी सी बात हवाओं को बताये रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर की है जिसकी हिफाजत हमने,
ऐसे तिरंगे को सदा अपने दिल में बसाये रखना||
|| गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें ||
बता दो आज इन हवाओं को
जला कर रखो इन चिरागों को
लहू देकर जो ली आजादी
टूटने ना देना ऐसे प्रेम के धागों को
जमाने भर में मिलते हैं आशिक कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नही होता,
नोटों में लिपट कर सोने में सिमटकर मरे हैं कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नही होता||
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,
वो जज्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,
रखते है हम वो हौसले भी जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए||
|| हैप्पी रिपब्लिक डे ||
यूनान – ओ – मिस्र – ओ – रोमा सब मिट गए जहाँ से
अब तक मगर है बाकी नामों निशाँ हमारा ,
कुछ तो बात है की हस्ती मिटती नही हमारी ,
सदियों रहा है दुश्मन दौर ऐ जमां हमारा….
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं||
ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का बस
जियों वतन के नाम पर
मैं इसका हनुमान हूँ ,
ये देश मेरा राम है ,
छाती चीर के देख लो,
अन्दर बैठा हिन्दुस्तान है||
आज़ादी की कभी शाम नहीं होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे,
बची हो जो एक बूँद गरम लहू की,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे||
ये नफरत बुरी है, ना पालो इसे,
दिलो मैं कालिस है, निकालो इसे,
ना तेरा, ना मेरा, ना इसका, ना उसका,
ये सब का वतन है, बचालो इसे।
जय हिन्द, जय भारत।
देश भक्तो के बलिदान से,
स्वतंत्र हुए है हम..
कोई पूछे कौन हो,
तो गर्व से कहेंगे .
भारतीय है हम…
हैप्पी गणतंत्र दिवस||
बलिदानों का सपना सच हुआ
देश तभी आजाद हुआ
आज सलाम करें उन वीरों को
जिनकी शहादत से ये गणतन्त्र हुआ
अलग है भाषा धर्म जाट
और प्रान्त, भेष, परिवेश…
पर हम सब का एक है गौरव
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेष्ठा
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएं ||
आज सलाम है उन वीरो को
जिनके कारण ये दिन आता है|
वो माँ खुशनसीब होती है,
बलिदान जिनके बच्चों का देश के काम आता है..
Happy Republic Day ….||
वो फिर आया है नये सवेरे के साथ,
मिल ज़ुल कर रहेंगे हम एक दूजे के साथ,
वो तिरंगा कितना प्यारा है,
वो है देखो सबसे प्यारा न्यारा,
आने ना देंगे उस पे आंच,
Happy Republic Day…||
तीन रंग का है तिरंगा
ये ही मेरी पहचान है
शान देश की, आन देश की
हम तो इसकी ही सन्तान हैं
वह शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,
वह जज़्बा जो क़ुर्बान हो जाये वतन के लिए,
रखते है हम वह हौसलें भी,
जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए…
ज़माने भर में मिलते है आशिक़ कई,
मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
नोटों में लिपट कर, सोने में सिमट कर मरे है कई,
मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता.
दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाये है कितने दीप बुझा कर,
मिली है जब ये आज़ादी तो फिर से इस आज़ादी को,
रखना होगा हर दुश्मन से आज बचाकर.
कुछ नशा तिरंगे की आन है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएँगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है
क्यों मरते हो यारो सनम के लिए,
ना देगी दुप्पटा कफ़न के लिए,
मरना है तो मारो वतन के लिए,
तिरंगा तो मिलेगा कफ़न के लिए,
|| जय हिंदी हैप्पी रिपब्लिक डे |
नहीं सिर्फ जश्न मनाना, नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
ये काफी नहीं है वतन पर, यादों को नहीं भुलाना,
जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नही ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना,
हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती निकाल के,
इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के
भारत के गणतंत्र का, सारे जग में मान,
दशकों से खिल रही, उसकी अद्भुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रचा गया इतिहास का,
इसलिए हर देशवासी को इसमें है विश्वास
मन में सारी बातें छिपाये रखना,
अगर कुछ तुम्हे अच्छा ना लगे तो मन में दबाये रखना,
क्योंकि हम भारत के वासी है,
वक़्त पर हम दिखा देंगे ज़माने को,
की देश हम जैसे जवान को है बचाये रखना…
चलो फिर से खुद को जगाते है,
अनुशासन का डंडा फिर घुमाते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से,
ऐसे शहीदों को हम सब सर झुकाते है||
तैरना है तो समंदर में तैरो,
नदी और नैहरो में क्या रखा है,
प्यार में मरना है तो वतन पे मरो,
वतन पे मरोगे तो नाम होगा,
किसी और के प्यार में मरोगे तो नाम बदनाम होगा||
इस दिन के लिए वीरो ने अपना खून बहाया है,
झूम उठो देशवासियों गणतंत्र दिवस फिर आया है||
वो तिरंगे वाली डीपी हो तो लगा लो जरा…भाई जी
सुना है कल देशभक्ति दिखाने वाली तारीख है….!!
याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम, यह बलिदान तुम्हारा है,
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब पूछ के नहीं जाती..!!
ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं
कुछ कर गुजरने की गर तमन्ना उठती हो दिल में,
भारत माँ का नाम सजाओ दुनिया की महफिल में

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